छठ पर्व : आस्था, संस्कृति और समरसता का लोकप्रकाश-प्रो देव प्रकाश मिश्र।
छठ की मूल भावना सूर्योपासना है — उस शक्ति के प्रति आभार, जो हर दिन हमें जीवन देती है। ऋग्वेद कहता है — “सूर्यो ज्योतिषां ज्योतिः” — यानी सूर्य सभी प्रकाशों का स्रोत है। छठ इसी प्राचीन परंपरा को जीवित रखता है। डूबते और उगते दोनों सूर्यों की पूजा यह सिखाती है कि जीवन में उजाला और अंधेरा, सुख और दुख — दोनों को समान भाव से स्वीकार करना चाहिए।