सेक्युलरिज़्म: भारतीय सिनेमा की आत्मा या सामंती मुखौटा ? - प्रोफेसर देव प्रकाश मिश्रा
भारतीय सिनेमा को लंबे समय से "सेक्युलरिज़्म की प्रयोगशाला" कहा जाता है। परदे पर नायक कभी मंदिर में आरती करता है, कभी मस्जिद में सजदा करता है और कभी गुरुद्वारे में मत्था टेकता है—दर्शक तालियाँ बजाकर खुश हो जाते हैं