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आप आदमी पार्टी के सांसद ने बीजेपी सरकार को जमकर घेरा !

Editor : Shubham awasthi | 28 May, 2025

28 मई 2025 को, आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर तीखा हमला बोला।

आप आदमी पार्टी के सांसद ने बीजेपी सरकार को जमकर घेरा !

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यह प्रेस कॉन्फ्रेंस AAP के प्रदेश कार्यालय में आयोजित की गई थी, और इसका मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश में कथित रूप से ध्वस्त कानून व्यवस्था और हाल की घटनाओं, विशेष रूप से अलीगढ़ में गोमांस के शक में मुस्लिम व्यापारियों की पिटाई, पर सवाल उठाना था। संजय सिंह ने इस दौरान योगी सरकार की नीतियों और प्रशासनिक विफलताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए। संजय सिंह ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने विशेष रूप से अलीगढ़ में हुई लिंचिंग की घटना का उल्लेख किया, जहां गोमांस के शक में कुछ मुस्लिम व्यापारियों के साथ मारपीट की गई। सिंह ने इसे "गौ आतंकियों" की गुंडागर्दी का उदाहरण बताया और कहा कि यह घटना योगी सरकार की नाकामी को दर्शाती है। उन्होंने पूछा, "यही वो उत्तर प्रदेश है, जिसका डंका विदेशों में बजाया जाता है?" यह बयान स्पष्ट रूप से योगी सरकार के दावों पर कटाक्ष था, जिसमें वह दावा करती है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था मजबूत है।


संजय सिंह ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार धर्म के नाम पर गुंडागर्दी को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं न केवल सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि राज्य की छवि को भी धूमिल करती हैं। उन्होंने अलीगढ़ लिंचिंग मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए।

योगी सरकार पर हमला

संजय सिंह ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था "लचर" हो चुकी है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी शासित राज्य में अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है, और आम नागरिकों को डर के माहौल में जीना पड़ रहा है। उन्होंने बहराइच और देवरिया जैसी पिछली घटनाओं का भी जिक्र किया, जहां हिंसा और अपराध की खबरें सुर्खियों में थीं। यह दर्शाता है कि संजय सिंह ने पहले भी उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार की आलोचना की थी, और यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उनकी उस रणनीति का हिस्सा थी, जिसमें वह योगी सरकार को जनता के सामने जवाबदेह ठहराने की कोशिश कर रहे थे।


उन्होंने यह भी कहा कि योगी सरकार के दावे, जैसे कि उत्तर प्रदेश को विकास और कानून व्यवस्था के मामले में अग्रणी बनाने के, खोखले हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में सब कुछ इतना अच्छा है, तो ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? उन्होंने सरकार से सवाल किया कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है।

AAP की रणनीति और उत्तर प्रदेश में सक्रियता

संजय सिंह उत्तर प्रदेश में AAP के प्रभारी भी हैं, और उनकी यह प्रेस कॉन्फ्रेंस पार्टी की रणनीति का हिस्सा थी, जिसमें वह उत्तर प्रदेश में अपनी उपस्थिति को मजबूत करना चाहते हैं। AAP ने हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश में अपनी गतिविधियों को बढ़ाया है, विशेष रूप से स्थानीय निकाय चुनावों और आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए। संजय सिंह ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए, बल्कि यह भी संदेश देने की कोशिश की कि AAP उत्तर प्रदेश की जनता के मुद्दों को लेकर गंभीर है। पिछले कुछ महीनों में, संजय सिंह ने विभिन्न मुद्दों पर योगी सरकार और बीजेपी की आलोचना की है। उदाहरण के लिए, दिसंबर 2024 में, उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि AAP उत्तर प्रदेश में एक नया जन आंदोलन शुरू करेगी। उनकी यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भी उसी दिशा में एक कदम थी, जहां वह जनता के बीच अपनी पार्टी को एक मजबूत विपक्ष के रूप में पेश करना चाहते थे।


अलीगढ़ लिंचिंग का मुद्दा

संजय सिंह ने अलीगढ़ में गोमांस के शक में मुस्लिम व्यापारियों की पिटाई को लेकर विशेष रूप से तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे सामाजिक और धार्मिक आधार पर होने वाली हिंसा का उदाहरण बताया और कहा कि ऐसी घटनाएं उत्तर प्रदेश में सामान्य हो गई हैं। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने में पूरी तरह विफल रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी की नीतियां समाज को बांटने का काम कर रही हैं। अलीगढ़ की घटना को लेकर उन्होंने मांग की कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और पीड़ितों को न्याय मिले। यह मुद्दा न केवल कानून व्यवस्था से जुड़ा था, बल्कि सामाजिक सौहार्द और धार्मिक सहिष्णुता के व्यापक मुद्दे को भी छूता था।