विधानसभा भवन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फहराया तिरंगा,दिया दमदार भाषण
Editor : Shubham awasthi | 15 August, 2025
15 अगस्त 2025 को भारत ने अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान भवन परिसर में तिरंगा फहराया

Source or Copyright Disclaimer
प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस दौरान उन्होंने परेड की सलामी ली, शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया और प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के विकास, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। इस समारोह में उनके साथ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, कई विधायक और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
लखनऊ के विधान भवन परिसर में आयोजित 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में देशभक्ति का माहौल देखते ही बनता था। सुबह के समय शुरू हुए इस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले अपने सरकारी आवास, 5 कालिदास मार्ग, पर तिरंगा फहराया। इसके बाद वे विधान भवन पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर समारोह की शुरुआत की। इस दौरान परेड की सलामी लेते हुए उन्होंने सैनिकों और पुलिस बलों की अनुशासित प्रस्तुति की सराहना की। समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गईं, जिनमें कलाकारों ने देशभक्ति से ओतप्रोत प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोह लिया। मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया। खास तौर पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक की पारंपरिक वेशभूषा—धोती-कुर्ता और पगड़ी—ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल और कई विधायकों की मौजूदगी ने इस समारोह को और भी गरिमामय बनाया। यह आयोजन न केवल स्वतंत्रता के उत्सव का प्रतीक था, बल्कि उत्तर प्रदेश की एकता और विकास के प्रति संकल्प को भी दर्शाता था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता के सही अर्थ पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “स्वतंत्रता का मतलब स्वच्छंदता नहीं है, बल्कि यह त्याग, बलिदान और जिम्मेदारी का प्रतीक है।” उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अन्य महान क्रांतिकारियों के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि उनकी बदौलत ही आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं। योगी ने जोर देकर कहा कि स्वतंत्रता का यह पर्व हमें अपने राष्ट्रीय कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है और हमें देश के लिए एकजुट होकर कार्य करने की प्रेरणा देता है।उन्होंने संविधान निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर को भी याद किया और कहा कि भारत का संविधान अपने अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है। यह संविधान सामाजिक न्याय, समानता और बंधुत्व के सिद्धांतों को बढ़ावा देता है, जो देश को एकता के सूत्र में बांधता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश इस दिशा में अग्रसर है और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि जब हमारे जवान सीमाओं पर डटकर देश की रक्षा करते हैं, तभी हम सुरक्षित रहते हैं। उन्होंने शहीदों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि उनकी कुर्बानी हमें हमेशा प्रेरित करती रहेगी।समारोह के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। कलाकारों ने देशभक्ति से भरे गीतों और नृत्यों के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम की गाथा को जीवंत किया। यह माहौल पूरे विधान भवन परिसर में उत्साह और गर्व की भावना से भरा रहा।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के नए मॉडल की चर्चा की। उन्होंने कहा कि पहले राज्य में बेटियों और व्यापारियों की सुरक्षा खतरे में थी, लेकिन आज यूपी में कानून-व्यवस्था की स्थिति अभूतपूर्व रूप से सुधरी है। उन्होंने पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि उनकी बदौलत आज उत्तर प्रदेश में लोग सुरक्षित महसूस करते हैं।सामाजिक न्याय के क्षेत्र में भी योगी ने कई महत्वपूर्ण कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं को बिना ब्याज के ऋण, जीएसटी भुगतान करने वालों को बीमा कवर और महिलाओं के लिए नौकरियों में 50% आरक्षण जैसे कदम उठाए हैं। ये सभी योजनाएं उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।