लखनऊ आयकर विभाग में दो आईआरएस अधिकारियों के बीच मारपीट
Editor : Shubham awasthi | 31 May, 2025
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हाल ही में एक ऐसी घटना ने सुर्खियां बटोरीं, जिसने न केवल स्थानीय प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी, बल्कि दिल्ली तक इसकी गूंज पहुंच गई

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क्या है पूरा मामला
गौरव गर्ग 2016 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं। गुरुवार शाम आयकर भवन के छठे तल पर एक वरिष्ठ अधिकारी के कमरे में गौरव गर्ग और 2014 बैच के आईआरएस अधिकारी संयुक्त आयुक्त बैठे थे। यहां एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। कानपुर में तैनाती के दौरान और किसी आरटीआई को लेकर गौरव गर्ग और संयुक्त आयुक्त के बीच कहासुनी होने लगी। वरिष्ठ अधिकारी ने हस्तक्षेप किया लेकिन तब तक बात बढ़ चुकी थी। दोनों के बीच तेज आवाज में कहासुनी के बीच मारपीट होने लगी। आरोप है कि संयुक्त आयुक्त ने पानी से भरा गिलास फेंककर मारा। हाथापाई के दौरान उनकी अंगूठी गौरव गर्ग के चेहरे पर लग गई। हल्ला मचने पर कर्मचारी भी पहुंचे। किसी के कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वरिष्ठ अधिकारियों के विवाद को कैसे शांत कराया जाए। फिलहाल वरिष्ठ अधिकारी का दरवाजा खुलवाकर दूसरे अधिकारी कमरे में पहुंचे तो मारपीट हो रही थी। इसमें गौरव के चेहरे, सिर और हाथ पर चोट थी
इस घटना ने गौरव गर्ग को विशेष रूप से सुर्खियों में ला दिया है, क्योंकि वे उत्तर प्रदेश कैडर की एक चर्चित आईपीएस अधिकारी, रवीना त्यागी, के पति हैं। रवीना त्यागी लखनऊ में डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (सेंट्रल) के पद पर कार्यरत रह चुकी हैं और उनकी छवि एक सख्त और ईमानदार पुलिस अधिकारी की रही है। इस व्यक्तिगत संबंध ने इस मामले को और भी चर्चा का विषय बना दिया है।
इस घटना की जड़ें कुछ महीने पहले की एक अन्य घटना से जुड़ी हुई प्रतीत होती हैं, जो एक विभागीय क्रिकेट मैच के दौरान हुई थी। समाचार स्रोतों के अनुसार, 13 फरवरी 2025 को कानपुर में आयोजित एक विभागीय क्रिकेट मैच के दौरान योगेंद्र मिश्रा को टीम में शामिल नहीं किया गया था। इससे नाराज मिश्रा ने कथित तौर पर एक जूनियर अधिकारी को नशीली दवाओं के फर्जी मामले में फंसाने की धमकी दी थी। इस घटना ने आयकर विभाग के अधिकारियों के बीच तनाव को बढ़ा दिया था। मिश्रा ने दावा किया कि क्रिकेट मैच के दौरान हुआ यह विवाद आपसी सहमति से सुलझा लिया गया था और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे से माफी मांग ली थी। हालांकि, गर्ग और उनके समर्थकों का कहना है कि यह घटना उनके बीच चल रहे तनाव का एक हिस्सा थी, जो समय के साथ बढ़ता गया।
आरोप है कि योगेंद्र मिश्रा ने गौरव गर्ग पर हमला किया। इस बीच क्रिकेट मैच का एक वीडियो सामने आया है। योगेंद्र मिश्रा का आरोप है कि गौरव गर्ग ने उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए वीडियो वायरल किया। योगेंद्र मिश्रा ने मुख्यमंत्री से सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंने गौरव गर्ग पर शारीरिक हमले और परिवार को डराने-धमकाने का आरोप लगाया है।
योगेंद्र मिश्रा का दावा है कि 30 मई को सुबह 9 से 10 बजे के बीच दो पुलिसकर्मी बिना किसी सूचना के उनके कानपुर स्थित आवास पर पहुंचे गए थे। जिससे परिवार में दहशत फैल गई है। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उनकी बेटी, जो समर कैंप क्लास के लिए जा रही थी, उसका पीछा किया गया और उसकी तस्वीरें और वीडियो बनाए गए है। परिवार की सुरक्षा को देखते हुए योगेंद्र मिश्रा ने पत्नी और बेटी को उन्नाव उनके ससुराल भेज दिया है। लेकिन वहां भी अज्ञात संदिग्धों की गतिविधियां देखी गई है। इस घटनाक्रम को देखते हुए आईआरएस योगेंद्र मिश्रा ने अब सुरक्षा की गुहार लगाई है।
इस संबंध में शनिवार को एक्स पर लम्बा चौड़ा पोस्ट करते हुए आईआरएस अधिकारी योगेंद्र मिश्रा ने आरोप लगाया है कि यह सब एक संगठित पीआर अभियान का हिस्सा है, जिसे कथित रूप से गौरव गर्ग की पत्नी (आईपीएस अधिकारी रवीना त्यागी) के इशारे पर अंजाम दिया जा रहा है।