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यूपी में सियासी घमासान: अखिलेश यादव और बीजेपी का पोस्टर विवाद

Editor : Shubham awasthi | 27 April, 2025

पहलगाम हमले ने जहां राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा और विदेश नीति के सवाल खड़े किए, वहीं उत्तर प्रदेश में यह एक सियासी विवाद का कारण बन गया। बीजेपी ने लखनऊ में अपने दफ्तर के बाहर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ पोस्टर लगाए, जिनमें उन पर गंभीर आरोप लगाए गए। यह विवाद तब शुरू हुआ जब पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के परिवार

यूपी में सियासी घमासान: अखिलेश यादव और बीजेपी का पोस्टर विवाद

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यूपी में सियासी घमासान: अखिलेश यादव और बीजेपी का पोस्टर विवाद 

पहलगाम हमले ने जहां राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा और विदेश नीति के सवाल खड़े किए, वहीं उत्तर प्रदेश में यह एक सियासी विवाद का कारण बन गया। बीजेपी ने लखनऊ में अपने दफ्तर के बाहर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ पोस्टर लगाए, जिनमें उन पर गंभीर आरोप लगाए गए। यह विवाद तब शुरू हुआ जब पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के परिवार से मिलने के सवाल पर अखिलेश यादव ने एक बयान दिया, जिसे बीजेपी ने "गैर-जिम्मेदाराना" करार दिया।

बीजेपी युवा मोर्चा के महामंत्री अमित त्रिपाठी की ओर से लगाए गए पोस्टर में लिखा गया: "शर्म करो अखिलेश यादव। खूंखार अपराधी मुख्तार अंसारी की मौत पर आप संवेदना जता रहे हैं, लेकिन आतंकवादी हमले का शिकार हुए हिंदू युवक शुभम के घर जाने में आपकी भावनाएं क्यों खत्म हो गईं?"

पोस्टर में अखिलेश पर हिंदुओं के प्रति असंवेदनशीलता और पक्षपात का आरोप लगाया गया, जिसने यूपी की सियासत में हलचल मचा दी। बीजेपी ने इसे एक बड़े मुद्दे के रूप में पेश किया


क्या है पूरा मामला?

पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या की गई थी। इसमें कानपुर के शुभम द्विवेदी भी शामिल थे। शुभम द्विवेदी की हत्या से पूरा कानपुर आक्रोशित है। सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारियों में जुटे सपा अध्यक्ष अखिलेश से जब शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल किया गया। अखिलेश ने कहा  कि "हालांकि परिवार से मेरा कोई संबंध नहीं है। मैं अपनी पार्टी के लोगों से कहूंगा कि वे वहां जरूर जाएं। इसके बाद अब इस बयान पर बीजेपी ने पोस्टर वार किया है। भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री अमित त्रिपाठी ने लखनऊ में पोस्टर लगवाया है। इस पोस्टर वार पर सियासी हलचल हो गई।


आज सपा प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की पहलगाम में हमले में शहीद होने वाले लोगों को 10 करोड़ का मुआवजा मिले परिवार को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए सवाल ये नहीं होना किसके घर कौन गया सबसे बड़ा सवाल देश जानना चाहता हैं आतंकी वहां कैसे घुसे ?

अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार संवैधानिक अधिकारों को कमजोर कर रही है और आरक्षण नीतियों से छेड़छाड़ कर रही है। उन्होंने कहा, “नौकरी न देना, आरक्षण न देना है।”


मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि आतंकवाद के खिलाफ समाजवादी पार्टी पूरी तरह से सरकार के साथ है। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, कोई जाति नहीं होती। यह एक ऐसी बुराई है, जो पूरे देश को नुकसान पहुंचाती है। लेकिन आतंकवाद से लड़ने के लिए हमें एक मजबूत सुरक्षा तंत्र चाहिए। हमें ऐसी नीतियां चाहिए, जो आतंकवादियों को हमारे देश में घुसने से पहले ही रोक लें। 

मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहता हूं कि आपने सुरक्षा बजट में कितना खर्च किया? क्या आपने हमारी सेना को आधुनिक हथियार और तकनीक उपलब्ध कराई? क्या आपने हमारी खुफिया एजेंसियों को वह संसाधन दिए, जो उन्हें चाहिए? अगर नहीं, तो यह आपकी सबसे बड़ी नाकामी है

पहलगाम का मुद्दा केवल जम्मू-कश्मीर तक सीमित नहीं है। यह पूरे देश की सुरक्षा का सवाल है। और जब हम सुरक्षा की बात करते हैं, तो मुझे उत्तर प्रदेश की स्थिति का भी जिक्र करना होगा। उत्तर प्रदेश में आज महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। बेरोजगारी चरम पर है। युवा सड़कों पर भटक रहे हैं। और भाजपा सरकार इन मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए केवल और केवल राजनीति कर रही है। 

मैंने देखा है कि जब हमारे कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर सच बोलते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है। यह क्या है? यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला नहीं है? समाजवादी पार्टी के लोग सच बोलते हैं, क्योंकि हम जनता की आवाज हैं। लेकिन भाजपा सरकार सच सुनना नहीं चाहती